डॉक्टर क्लारा स्वाइन, जिन्होंने 1870 की शुरुआत में बरेली में एशिया के प्रथम महिला चिकित्सालय की स्थापना की थी, का जन्म 18 जुलाई 1834 को New York में श्री जॉन स्वाइन के घर हुआ था। उनकी माता का नाम क्लेरिसा सीवे था। डॉ क्लारा स्वाइन एक चिकित्सक थीं और साथ साथ मेथोडिस्ट एपिस्कोपल चर्च की प्रचारक भी। उन्होंने Woman's Medical College of Pennsylvania से अपनी डॉक्टरी की पढ़ाई की और 1869 में ग्रेजुएट हुईं।
भारत में डॉ क्लारा का कैसे आना हुआ:-
बरेली के मेथोडिस्ट मिशन द्वारा संचालित लड़कियों के अनाथालय की डाइरेक्टर Mrs Thomas ने Mrs J .T. Gracey , जो की एक पूर्व मिशनरी थीं, को यहाँ के गाँव लिए एक महिला चिकित्स्क की आवश्यकता हेतु निवेदन पत्र लिखा। और Mrs Gracey ने डॉ क्लारा स्वाइन को भारत भेजा जिसके बाद वह 1870 में भारत आ गयीं और बरेली में उस समय के रामपुर के नवाब की सहायता से भारत का पहला महिला अस्पताल स्थापित किया।इस के बाद उन्होंने भारत में चिकित्सा का काफी लम्बे समय तक काम किया और कई साल बाद उनकी मृत्यु New York में 25 दिसंबर 1910 में क्रिसमस के दिन हुई थी। क्लारा स्वाइन ने बरेली में एशिया का पहला नर्सिंग स्कूल स्थापित किया और यहाँ मिशन हॉस्पिटल की स्थापना भी की।
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:panchal museum Bareilly