एड़ी का दर्द एक बहुत आम समस्या है. अधिकतर लोगों में दर्द एड़ी के नीचे की ओर होता है जो कि आराम करने से बढ़ता है. इस प्रकार का एड़ी का दर्द अधिकतर लोगों को प्लांटर फेशियाइटिस (plantar fasciitis) के कारण होता है। एड़ी की हड्डी (calcaneus bone) से पैर की उँगलियों के निचले हिस्से (ball of the toes) तक फाईब्रस टिश्यू से बनी एक झिल्ली होती है जिसे प्लान्टर फेशिया (plantar fascia) कहते हैं. यह चलते समय हमारे पैरों की आर्च नुमा रचना को मेन्टेन रखने में सहायता करती है. इसमें सूजन आने को प्लान्टर फेशियाइटिस कहते हैं.
लक्षण : प्लान्टर फेशियाइटिस में पूरे तलवे में दर्द हो सकता है पर अधिकतर लोगों को केवल एड़ी के नीचे दर्द होता है. दर्द केवल एक एड़ी में या दोनों एड़ियों में हो सकता है (एक ओर अधिक एवं एक ओर कम हो सकता है). सुबह सो कर उठते ही जब जमीन पर पैर रखते हैं तो बहुत दर्द होता है. कुछ कदम चलने के बाद दर्द कम हो जाता है. बहुत देर बैठे रहने के बाद चलें तो भी दर्द होता है. पैर की उंगलियों को हाथ से पकड़ कर कस कर ऊपर की ओर मोड़ने से प्लान्टर फेशिया में जो खिंचाव होता है उससे भी दर्द बढ़ता है.
खून की जांचों व एक्सरे आदि से इस बीमारी की डायग्नोसिस में सहायता नहीं मिलती. कुछ लोगों के एक्सरे में एड़ी की हड्डी में नोक बनी हुई दिखती है जिसे कैल्केनियल स्पर (calcaneal spur) कहते हैं. कैल्केनियल स्पर वाले सभी मरीजों को एड़ी में दर्द नहीं होता.
उपचार :
इस प्रकार की सावधानियां रखने से एड़ी का धीरे धीरे ठीक हो जाता है. इसके लिए दर्द निवारक दवाएँ अधिक नहीं खानी चाहिए.
विशेष : बहुत से डॉक्टर्स को यह ग़लतफ़हमी होती है कि एड़ी का दर्द यूरिक एसिड बढ़ने से हो सकता है. वे मरीज़ का यूरिक एसिड टैस्ट कराते हैं और यदि वह थोड़ा सा भी बढ़ा हुआ निकल आए तो यूरिक एसिड कम करने की दवाएँ देने लगते हैं और मरीज़ को प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ खाने को मना कर देते हैं. सच यह है कि एड़ी के दर्द का यूरिक एसिड से कोई सम्बन्ध नहीं है.
information given by Dr Sharad Agrawal
for more health related articles please visit www.healthhindi.com
इस लेख में दी गयी जान करि केवल सामान्य सूचना के लिए है। इस लेख में जानकारी विभिन्न माध्यमों से संगृहीत की गयी है इसलिए इन्हें अंतिम सत्य अथवा दवा न मानें और अपने विवेक का प्रयोग करें।
pic credit :idiva.com