नैनीताल के मल्लीताल में स्थित है जंगल में एक शांत और सुन्दर पर्यटक स्थल "सेंट जौन चर्च"। सन 1844 में कोलकाता के बिशप (धार्माध्यक्ष) डैनियल विल्सन इस चर्च की नींव के पत्थर की स्थापना करने यहाँ आए थे और अपनी यात्रा के दौरान वह बीमार हो गए और उन्हें जंगल के करीब एक अधूरे बने घर में रहना पड़ा , जिसकी वजह से इस चर्च का नाम सेंट जॉन चर्च इन वाइल्डरनेस पढ़ा। यह चर्च 1880 के भूस्खलन में शिकार हुए लोगों के एक स्मारक के रूप में भी जाना जाता है, यहाँ एक पीतल की पट्टी पे शिकार हुए लोगों के नाम लिखे हुए हैं. नैनीताल की सबसे पहली और खूबसूरत इमारतों में से एक है सेंट जौन वाइल्डरनैस चर्च.....