जयपुर के सिटी पैलेस में बने चंद्रमहल में प्रवेश करने के लिए बना है प्रीतम निवास चौक जिस के चार कोनों में बने चार द्वार अदभुद कलात्मकता और कारीगरी पेश करते हैं। इन्हें 'रिद्धि-सिद्धि पोल' कहा जाता है. ये दरवाजे अलग अलग मौसमों की थीम पे आधारित और हिन्दू देवों को समर्पित हैं . चौक के उत्तर-पूर्व में मयूर द्वार है।
द्वार पर मयूरकृतियाँ , नाचते हुए मोर हैं. यह द्वार भगवान विष्णु को समर्पित है. दक्षिण पूर्व में कमल द्वार है, यह द्वार शिव-पार्वती को समर्पित है। ग्रीष्म ऋतु को इंगित करने वाले इस द्वार पर बनी कलात्मकता शीतलता प्रदान करती है। इस द्वार के ठीक सामने चौक के दक्षिण पश्चिम में गुलाब द्वार, कछवाहा राजपूतों की कुल देवी को समर्पित है.
तो वहीं लहरिया द्वार जिसे ग्रीन गेट भी कहा जाता है, सावन का प्रतीक है. हरा रंग हरियाली का और लहरिया डिजाईन जयपुर की संस्कृति का प्रतीक है.