जहाँ आज के युग में पानी की समस्या इतनी बढ़ती जा रही है उस समय में कहीं इतनी पुरानी पानी वितरण करने वाली सुरंगों का मिलना और होना अपने आप में किसी वरदान से काम नहीं है. जी हाँ दोस्तों हम बात कर रहे हैं मुग़ल काल की बनी अदभुत अंडरग्राउंड वाटर डिस्ट्रीब्यूशन चैनल की जिसे मुगलों के समय में बुरहानपुर के सूबेदार अब्दुर्रहीम खान -ए खाना ने इस जगह को पानी की किल्लत से निजात दिलाने के लिए सन 1612 में बनवाया था.
इन अंडरग्राउंड नहरों के पानी का स्रोत सतपुड़ा की पहाड़ियों और झरनों में है. ये करीब 80 से 90 फिट नीचे हैं. इन नहरों का जमीन के नीचे तो घुमावदार जाल है ही जमीन के ऊपर भी कई मुहाने बने हैं जिनमें से पानी निकाला जाता था और आज भी वहाँ के आधे शहर की पानी आपूर्ति का स्रोत हैं. 12 महीने बहने वाला ये पानी बेहद ही साफ और शुद्ध है !