उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा जिले में बसा एक शहर है .पहले इसका नाम विजयपुर सीकरी था,
आगरा से 37 किमी दूर फतहेपुर सीकरी को (1569 ) में मुग़ल सम्राट अकबर ने बनवाया था . फ़तहे एक अरबी शब्द है जिसका मतलब विजय पाना है ,
कहा जाता है की अकबर की हिंदु पत्नी जोधाबाई पर कोई संतान नहीं थी जिसकी वजह से अकबर ने सूफी संत शेख सलीम चिश्ती से दुआ मांगी.
जिसके बाद जोधाबाई को एक पुत्र हुआ और इससे खुश होकर अकबर ने यही रहने का फैसला किया ! यहाँ घुमने के लिए बहुत अच्छी अच्छी जगहाये है जैसे खजाना महल,दीवान ए खास, दीवान ए आम,बुलंद दरवाजा,अनूप तालाब,शेख सलीम चिश्ती की दरगाह आदि !
बुलंद दरवाजा यहाँ की सबसे ऊँची इमारत है . इस दरवाजे को बनाने में पुरे 12 साल लगे इसकी ऊंचाई जमीन से 54 मीटर है दरवाजे तक पहुंचने के लिए 42 सीढिया पार
करनी होती है ,1602 में बने दवाजे में लगे किवाड़ आज भी ऐसे लगते है जैसे की कुछ साल पहले ही बनाये गए हो.
यहाँ 15 साल रहने के बाद पानी की कमी के कारण अकबर को वापस आगरा ही जाना पड़ा !