हम सभी यह जानते हैं की सृष्टि के रचियता ब्रम्हदेव हैं. ब्रम्हदेव ने सृष्टि के निर्मार्ण से पहले धरती बनाई, जाहिर है उसकी रूपरेखा भी बनाई होगी, इसी कड़ी में सन 1999 में कुछ पुरातत्व वैज्ञानिकों को रूस के यूरल पहाड़ पर एक ऐसा नक्शा मिला जो की एक 3 डीमेंशनल पत्थर पर बना है इसे रिसर्चर्स ने दशका स्टोन का नाम दिया है. कुछ वैज्ञानिकों के अनुसार ये नक्शा दुनिया के रचयता का नक्शा है जिसे map of the creator भी कहते है क्युकी इसकी उत्पत्ति का कुछ पता नहीं चल पा रहा है. यह कोई मामूली पत्थर नहीं है इस का वजन करीब 100 kg और 4 फ़ीट 8 इंच लम्बा/3 .5चौड़ा/6 इंच मोटा है.यह पत्थर अपने आप नहीं बना है जिसका पता इस बात से चलता है की ये किसी एक पदार्थ से नहीं बल्कि कई चीज़ों से बना है. ये तीन परतों से बनाया गया है , पहली है सिरेमिक जैसे पदार्थ से बानी है , दूसरी परत शीशे जैसी कुछ और तीसरी परत procelain से बनी है, जिससे पता चलता है की यह मानव निर्मित नक्शा है. इसपे चिपके पाए गए shells की कार्बन डेटिंग से पता चलता है की यह करीब 50 करोड़ साल पुराना है(120 मिलियन). इसपर जो नक्शा बना है वो रूस के यूरल रीजन के नक्शे की हूबहू कॉपी है , इस पर ना केवल यूरल माउंटेन और उसकी वैली को दर्शाया गया है , बल्कि करीब 12 पानी के दाम्स और अन्य पानी के मार्ग, नदी नहरें भी अंकित हैं. यह नक्शा इतना सटीक है की रशियन एक्सपर्ट्स और वैज्ञानिक इस निष्कर्ष पर पहुंचे की इतना सटीक नक्शा अत्याधुनिक कम्प्यूटर्स और हवाई सर्वे के बिना नहीं बनाया जा सकता . वैज्ञानिकों का मानना है की यह नक्शा सिर्फ एक टुकड़ा है किसी एक बड़े नक्शे का और ऐसे 348 टुकड़े और हो सकते हैं. जिन्हे जोड़ने पर पूरी धरती का नक्शा सामने आ सकता है. दोस्तों गौर करने वाली एक बात और है की ये पत्थर जिस गाँव से मिला है उस का नाम चंद्र गाँव है जो की एक हिंदी शब्द है .इस पत्थर पर खोज अभी जारी है.