उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले के देवगढ़ में स्थित है, ऐसा माना जाता है कि यह मंदिर गुप्त काल में बना था और भगवान विष्णु को समर्पित है . यह विश्व का एक इकलौता मंदिर है, जहां भगवान विष्णु के दशावतारों को एक ही मंदिर में दिखाया गया है, इसी वजह से यह मंदिर दशावतार मंदिर के नाम से जाना जाता हैं. गुप्त काल में बना यह मंदिर प्राचीन कला का एक उत्कृष्ट नमूना है. इस मंदिर के मुख्य द्वार पर गंगा और यमुना के आकर्षक चित्र उकेरे गए हैं, तथा मंदिर के निचले हिस्से में बनी मीनारें भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं. मंदिर में भगवान विष्णु की मूर्ती नर नारायण तपस्या के आकार में है और दूसरी मूर्ती जिसमें वह एक नाग पर लेटे हैं यहाँ और भी देवी देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं , दशावतार मंदिर कला और पुरातत्व का वो बेशकीमती नमूना है, जिसकी हर कृति और शिलालेख गुप्तकाल की आखिरी विरासत है.