कहने को चंदौसी उत्तर प्रदेश का एक छोटा सा शहर है जहाँ भारत के किसी और शहर कस्बे की तरह मेले प्रदर्शनियाँ लगती रहती हैं . लेकिन यहाँ का मेला ऐसा है जो चंदौसी को बाकी जगहों से खास बनाता है और वह है चंदौसी मे हर साल लगने वाला गणेश चौथ का मेला . जिसके बारे मे कहा जाता है की ये मेला इंदिरा गाँधी जब भारत की प्रधानमंत्री थीं तब से ये मेला लग रहा है और यह बम्बई के गणेश महोत्सव के बाद देश मे सिर्फ चंदौसी मे ही आयोजित किया जाता है , जो की 15 दिन के लिए लगता है .
15 दिनों तक लगातार चलने वाले इस मेले मे कई तरह की झाकियां तैयार की जाती है और बहुत बड़े गणेश जी की मूर्ति भी तैयार की जाती है जिसे हर साल कभी चूड़ियों से कभी टॉफियों से तो कभी स्पोर्ट्स आइटम ,थर्माकोल आदि चीज़ों से बनाया जाता है . इसके बाद मेले के दौरान गणेश चतुर्थी के दिन गणेश जी कi मूर्ति और बाकी की झाकियों की रथ यात्रा गणेश मंदिर से शुरू होती हुई नगर के प्रमुख स्थानों से होती हुई वापिस गणेश मंदिर मे समाप्त होती है . इस 15 दिवसीय मेले को देखने विदेशी पर्यटक भी आते हैं और रथ यात्रा के बाद होता है गणेश विसर्जन जो की गणेश चतुर्थी के 10 दिन बाद चौदस के दिन होता है .