वनखंडी नाथ मंदिर बरेली के सातों नाथ मंदिरों में बहुत खास स्थान रखता है । ऐसा मानना है की पांचाल राज्य के राजा द्रुपद की पुत्री द्रोपदी यानि पांचाली ने स्वयं अपने हाथों से यहाँ शिवलिंग की स्थापना की है ।पुराने समय में यहाँ वन ही वन होते थे जिसके कारण इसका नाम वनखंडी नाथ पड़ा । ये एक ऐतिहासिक मंदिर है जो हज़ारों साल पुराना है। यह मंदिर जब हम पीलीभीत बाई पास से नवादा के तरफ बढ़ते हैं तभी पड़ता है। अभी भी यहाँ हरियाली की भरमार है ।बहुत ही सुन्दर , शांत , और सुखद वातावरण में भगवान् भोलेनाथ विराजमान है । वनखंडिनाथ मंदिर महाभारतकाल की एक अटूट निशानी है और बरेली का गौरव भी ।