अब तक हम आपको कई देश विदेश कि गुफाओं के बारे मे बता चुके हैं ।लेकिन आज हम जिस गुफा के बारे मे बात कर रहे हैं वो गुफा उत्तर प्रदेश कि एक छोटी सी जगह सोरों कासगंज मे है। कहा जाता है कि यह गुफा कपिलमुनि कि थी और राजा भागीरथी के पूर्वजों ने अंजाने मे कपिलमुनि की तपस्या भंग कर दी थी, जिस कारण उन्होंने क्रोध मे आकर उन्हें भस्म कर दिया था. जिसके बाद उनके वंशज भागीरथी ने अपने पूर्वजों की मुक्ति की लिए इस गुफा मे घोर तपस्या की. जिस के पश्चात उनकी तपस्या से प्रसन्न हो कर ब्रह्मा जी ने गंगा जी को धरती पर अवतरित होने का वरदान दिया । अब हम आपको बताने वाले हैं इस इस गुफा से जुड़े कुछ रोमांचक तथ्य : जैसे की सबसे पहले इस गुफा के अंदर जाने का जो रास्ता है वह बेहद ही संकरा है, जिसकी वजह से उसमे बैठकर जाना पड़ता है और गुफा मे आगे बढ़ने पर जगह जगह शिवलिंग स्थापित मिलते हैं । इस गुफा मे जैसे जैसे आगे बढ़ते जाते हैं वैसे वैसे ऑक्सीजन की मात्रा कम होने लगती है ।
और दूसरी बात की ये गुफा कितनी गहरी है, और इसमें कितने रास्ते हैं इसका का पता आज तक कोई नहीं लगा पाया है यहाँ तक की अमेरिका से भी रिसर्च टीम इस गुफा की गहराई और अंत खोजने के लिए आयी थी, किन्तु वह भी इस गुफा का रहस्य नहीं सुलझा पाई । लेकिन ऐसी मान्यता है की इस गुफा का दूसरा मुख काशी मे खुलता है, जिसका अभी तक कोई प्रमाण नहीं मिला है । बताते हैं की इस गुफा का इतिहास काफी पुराना है, जिसका उल्लेख( वायु पुराण, नारद पुराण ) आदि पुराणों में भी मिलता है। एक और कौतुहल से भर देने वाला विषय है, यहाँ मिलने वाले प्राचीन कल के सिक्कों का राज ................
यहाँ के पुजारी जी का कहना है की गुफा में सफाई करते समय कई प्राचीन सिक्के मिलते रहे हैं, लेकिन ये सिक्के यहाँ पर क्यों हैं, कितने हैं और किस काल के हैं ये अभी तक पता नहीं चल पाया है क्या इस गुफा में कोई प्राचीन खज़ाना छुपा हुआ है ????