History, Heritage,Culture, Food, Travel, Lifestyle, Sports
turmeric milk, history हल्दी वाला दूध ,turmeric milk and its origin, history in hindi
Monday, 07 Dec 2020 07:06 am
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बात चाहे प्राचीन भारत की हो, भारतीय परम्पराओं की हो या आज के आधुनिक भारत की। हल्दी का महत्त्व किसी न किसी रूप मे उसके उपयोग के तौर पर रहा है।  जहाँ एक तरफ यह माना जाता है कि हल्दी मूलतः भारत मे उगने वाली जड़ी बूटी है, वहीँ दूसरी तरफ इसके मूलतत्व को लेकर कुछ इतिहासकारों का कहना यह है कि हल्दी प्राचीनकाल मे न सिर्फ भारत मे उगती थी बल्कि अन्य दक्षिण एशियाई देशों में भी उगती थी और उपयोग की जाती थी। वहीँ एक तरफ ऐसा कहा जाता है कि भारत मे हल्दी करीब 4000 साल से उपयोग की जा रही है और हमारे प्राचीन वेदों जैसे आयुर्वेद आदि मे इसका उल्लेख भी मिलता है। प्राचीनकाल मे हल्दी उसके गहरे पीले रंग के कारण कपड़े रंगने और चित्रों मे रंग भरने के काम आती थी। इसके अलावा हमारे प्राचीन वेदों मे इसको एक औषिधीय पौधे के रूप मे वर्णित किया गया है। भारत मे प्राचीनकाल से ही हल्दी भोजन मे मुख्य मसाले के तौर पे उपयोग की जाती रही है जो शायद ही और कहीं होती होगी। यहाँ तक कि कुछ इतिहासकारों का यह मानना है कि हल्दी सर्वप्रथम भारत मे ही उपयोग की जाती थी और उसके बाद यहाँ से ही एशिया के अन्य देशों  मे उपयोग शुरू हुआ और धीरे धीरे पूरे विश्व मे फ़ैल गया। भारत के प्राचीन वेदों मे हल्दी का उल्लेख हरिद्रा के नाम से मिलता है। 


भोजन, रंगाई और औषधीय उपयोग के आलावा भारत मे हल्दी का एक और उपयोग प्राचीनकाल से चला आ रहा है। हिन्दू धार्मिक कार्यों और रीति रिवाज़ों मे हल्दी को बड़ा महत्त्व दिया गया है। कभी पूजन मे तो कभी ख़ास तीज त्योहारों मे रंगोली सजाने मे और हिन्दू विवाह मे हल्दी का उपयोग वैदिककाल से होता आ रहा है।  
हल्दी का सबसे ज़्यादा उपयोग काफी लम्बे समय से एशियाई देशों मे किया जा रहा है लेकिन बीते कुछ समय से विश्व भर मे हल्दी का उपयोग और उसके गुड़ों का महत्त्व पहले से बड़ा है। इस वैश्विक महामारी के दौरान विश्व भर के लोगों ने हल्दी के महत्व को समझा और उसे "immune booster" के तौर पर अपने जीवन मे उपयोग करना शुरू किया जैसे हल्दी वाली चाय,हल्दी ग्रीन टी,हल्दी वाला काढ़ा आदि बना कर। लेकिन इन सबमे एक उपयोग सबसे प्रसिद्द हो रहा है वह है "हल्दी वाला दूध"जो हमारे शरीर की प्रतिरोधक शक्ति बढ़ता है। हल्दी वाला दूध अमूमन सर्दियों मे शरीर को गरम रखने के लिए भारतीय घरों मे पिया जाता है जो आज कल बाहर के देशों में बड़ी बड़ी कम्पनियां बड़े आकर्षक तरीके से महंगे महंगे दामों पर नए नए नामों के साथ बेच रही हैं।

 
भारत से जन्मा हल्दी वाला दूध आज दुनिया भर मे अलग अलग नाम जैसे गोल्डन मिल्क, टर्मेरिक मिल्क,टर्मेरिक लाटे आदि से लोकप्रिय हो रहा हैऔर आजकल के लेटैस्ट ट्रैंड और लाइफस्टाइल का हिस्सा बन गया है।