चंदौसी में खाटू श्याम जी के मंदिर के कपाट शुक्रवार 16-7-2021 को पहली बार भक्तों के लिए खोल दिए गए।
खाटू श्यामजी भगवान श्री कृष्ण का कलयुगी अवतार हैं। खाटू जी का वर्णन महाभारत में मिलता है जिनके बारे में बताया जाता है की ये भीम के पुत्र के पुत्र बर्बरीक थे जो इतने बलशाली थे की युद्ध में जिसकी तरफ से खड़े होते वह पक्ष विजयी होता और उन्होंने अपनी माता को वचन दिया की जो पक्ष हार रहा होगा वह उसी का साथ देंगे। यह बात श्री कृष्ण जानते थे इसलिए उनसे उनका शीश मांग लिया और युद्ध से दूर रहने को कहा। उन्होंने अपना शीश काटकर श्री कृष्ण के चरणों में रख दिया था और जिस जगह से उन्होंने महाभारत का पूरा युद्ध देखा था वह जगह एक पहाड़ी थी जिसका नाम खाटू पहाड़ी था। वासुदेव ने उन्हें वरदान दिया की कलयुग में उन्हें कृष्ण के खाटू श्याम जी रूप के नाम से पूजा जाएगा। जिनमे श्याम स्वयं बस्ते हैं।
इस तरह खाटू श्यामजी कलयुग मे बन गए हारे का सहारा।