नवरात्रों के आठवे दिन माता रानी का महागौरी रूप होता है इस रूप में माँ सफ़ेद रंग के वस्त्र और आभूषणों से सुसज्जित होती हैं। इस रूप में माँ का वाहन वृषभ (बैल) होता है इस रूप में माँ ने अभयमुद्रा, त्रिशूल,डमरू और वरमुद्रा धारण की होती है। हिन्दू पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान् शिव को पतिरूप में पाने के लिये इन्होंने हजारों सालों तक कठिन तपस्या की थी जिस कारण इनका रंग काला पड़ गया था लेकिन बाद में भगवान् महादेव ने गंगा के जल से इनका रूप फिर से पहले जैसा कर दिया। इस रूप में माता का वाहन वृषभ होता है।