माता रानी का सातवां रूप है कालरात्रि रूप जिसमे माता रानी काले अंधकार की महिमा में दिखाई देती हैं। ये रूप माता का रौद्र रूप माना जाता है जिसमे वे असुरों का नाश करती हैं इस रूप में वह सजी धजी नहीं बल्कि संघारक रूप में होती हैं यानि केश बिखरे हुए और मुखमंडल पर क्रोध और तीसरी आँख और हाथों में खड्ग होता है। इस रूप में माता का वाहन गर्दभ (गधा) होता है।