अचार भारतीय भोजन का प्राचीन काल से एक अहम हिस्सा रहे हैं। जहाँ पहले के समय में लोग अचार भोजन के साथ अवश्य लेते थे , आज के समय में लोगों ने अचार खाना कम कर दिया है क्यूंकि बहुत से लोगों का मानना है की अचार सेहत के लिए नुक्सान दायक होता है। तो आज हम आपको बताएंगे क्यों हमारे पूर्वजों ने अचार को भोजन का हिस्सा बनाया। यह सिर्फ भोजन का स्वाद बढ़ाने के लिए नहीं खाया जाता था बल्कि इसके हमारे स्वास्थ सम्बन्धी फायदे भी हैं जिन कारणों से इसे भोजन का हिस्सा बनाया गया।
अचार के फायदे :
जब अचार को काफी समय तक धुप में रखा जाता है पकने के लिए तो उसमे कई तरह के अच्छे बैक्टीरिया पैदा हो जाते हैं जो फर्मेन्टेड अचार के साथ हमारे शरीर में जाकर प्रोबाइओटिक का काम करते हैं और हमारे पाचन तंत्र को ठीक रखते हैं।
भारतीय घरों में बनने वाले अचार सरसों के तेल में बनते हैं जो की हमारे जोड़ों के लिए बहुत अच्छा होता है।
यहाँ बनने वाले तरह तरह के अचारों में बहुत भारी मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो शरीर में घूम रहे खतरनाक कणों को ख़त्म करते हैं।
अचारों में बहुत विटामिन सी होता है जो हमारी रोध- प्रतिरोध शक्ति को बढ़ाता है और कहते हैं की नीम्बू का अचार तो अगर पुराना हो जाए तो वह खट्टा होते हुए भी नुक्सान नहीं करता बल्कि पुराना नीम्बू का अचार तो दवाई बन जाता है जो बीमार लोगों को बीमारी से लड़ने में मदद करता है।
इन अचारों में डलने वाले मसाले जैसे हींग, कालीमिर्च, सौंफ हल्दी आदि खाना पचाने का काम करते हैं ।
तो अगली बार जब आप खाना खाने बैठें तो अपनी भोजन की थाली में अचार रखना न भूलें, क्यूंकि ये सिर्फ स्वाद के लिए नहीं बल्कि आपकी सेहत के लिए भी अच्छा होगा।
इस लेख में दी गयी जानकारी केवल सामान्य सूचना के लिए है। इस लेख में जानकारी विभिन्न माध्यमों से संगृहीत की गयी है इसलिए इन्हें अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें और अपने विवेक का प्रयोग करें।