इस मौसम में खाएं स्वाद और सेहत से भरे बथुए के पराठे
ठण्ड के मौसम में बाजार में हरी सब्ज़िया बहुत मिलने लगती हैं और जैसा की हम सभी जानते हैं की पत्ते वाली सब्ज़ियां सेहत के लिए बहुत अच्छी होती हैं लेकिन इन्हे बनाना और खास क्र के बच्चों को खिलाना ज़्यादातर माओं के लिए बहुत कठिन काम हो जाता है, क्यूंकि बच्चे हरी सब्ज़ियां खाना पसंद नहीं करते, तो ऐसे में उन्हें हरी सब्ज़ी आसानी और मज़ेदार तरीके से कैसे खिलाई जाएं ये एक बड़ा सवाल बन जाता है।
तो दोस्तों आज हम आपके लिए एक सरल सेहतमंद और स्वादिस्ट रेसिपी लाये हैं : बथुए के पराठे
आमतौर पर बथुए को उबालने से पहले ग्रहरियाँ उसकी पत्तियों को डंडी से अलग कर देती हैं जिसमे समय भी अधिक लगता है और काफी अधिक मात्रा में बथुआ बर्बाद हो जाता है। तो इसलिए ऐसा न करके आप पहले बथुआ बीन लें फिर उसे अच्छे से पानी से धो लें और उसे डंडियों समेत ही उबाल लें। अच्छे से उबाल जाने के बाद सारा पानी निचोड़ ले और पीसने की बजाए अपने हाथों से मीनजह लें और लोहे की कढ़ाई में पिसा अदरक और हींग, जीरा, हल्दी और नमक दाल कर घी या तेल में भून लें। इस भुने बथुए को आप कई तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं, चाहे आटे में गूंदते समय मिला लें चाहे पराठा बेलते समय भर कर पराठा बना लें चाहे दही में मिला कर रायता बना लें या चाहे तो सूखी सब्ज़ी की तरह अलग से रोटी या परांठे के साथ खा लें। इस तरह से बथुए का सारा फाइबर उसी में रहता है और बथुए के पराठे स्वादिस्ट होने क साथ साथ बहुत पौष्टिक होते हैं क्यूंकि बथुए में बहुत विटामिन A और फाइबर होता है जो आँखों और शरीर के पाचन तंत्र क लिए बहुत अच्छा होता है और कब्ज़ जैसी बीमारियों से तुरंत आराम देता है।
इस लेख में दी गयी जान करि केवल सामान्य सूचना के लिए है। इस लेख में जानकारी विभिन्न माध्यमों से संगृहीत की गयी है इसलिए इन्हें अंतिम सत्य अथवा दवा न मानें और अपने विवेक का प्रयोग करें।