डेंगू में खतरनाक है दर्दनिवारक गोली : ऐसे में क्या करें सही इलाज और जानकारी
बदलते मौसम के साथ डेंगू और मलेरिआ के मच्छर तेज़ी से बढ़ रहे है और कहीं भी ठहरे हुए गंदे पानी में ये आसानी से पैदा होजाते हैं। ऐसे में आस पास के लोगों को डेंगू , मलेरिआ जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है और इसी मौसम में इस के मरीज़ तेज़ी से बढ़ते हैं ऐसे में डाक्टरों का कहना है की हलक अबुखार या बदन दर्द होने पर मरीज़ जानकारी के आभाव होने के कारण खुद ही दर्द निवारक दवा ले लेते हैं, जो की डेंगू में उनके लिए हानिकारक होती है।
डॉक्टरों के मने तो डेंगू होने पर किसी भी दर्द निवारक गोली का इस्तेमालनहीं करना चाहिए , इनके इस्तेमाल से शरीर में प्लेटलेट्स बहुत तेज़ी से काम होने लगती हैं।
डॉक्टरों का कहना है की डेंगू होने पर शरीर में भयंकर दर्द होता है , शरीर में पानी की कमी होजाती है और सबसे महत्वपूर्ण, प्लेटलेट्स काम हो जाती हैं।
ऐसे में मरीज़ को जल्द से जल्द अस्पताल में भर्ती करने की ज़रुरत होती है नहीं तो जान भी जा सकती है या भारी ब्लीडिंग भी शुरू हो सकती है।
डेंगू के लक्षण कैसे पहचाने :
शरीर में लाल चकत्ते पड़ना
उल्टी आना
शरीर में भयंकर दर्द होना
सर में दर्द
आँखों में दर्द और तकलीफ
तेज़ बुखार आना
और कभी कभी ब्लीडिंग शुरू होना
डेंगू होने पर क्या करें:
जल्द से जल्द मरीज़ का टेस्ट करवाएं और अस्पताल में भर्ती करवाएं
वहां मरीज़ के शरीर में पानी की कमी होने पर ड्रिप लगायी जाती है। डॉक्टरों का कहना है की डेंगू में सिर्फ सादी पेरासिटामोल को ही
सुरक्षित ड्रग मन गया है जो बुखार भी काम करती है और दर्द में भी काम करती है।
सूचना का श्रेय : दैनिक जागरण
इस लेख में दी गयी जान करि केवल सामान्य सूचना के लिए है। इस लेख में जानकारी विभिन्न माध्यमों से संगृहीत की गयी है इसलिए इन्हें अंतिम सत्य अथवा दवा न मानें और अपने विवेक का प्रयोग करें।