सौ रंग है किस रंग से तस्वीर बनाऊँ मेरे तो कई रूप हैं किस रूप में आऊँ
क्यूँ आ के हर इक शख़्स मिरे ज़ख़्म कुरेदे
क्यूँ मैं भी हर इक शख़्स को हाल अपना सुनाऊँ
क्यूँ लोग मुसिर हैं कि सुनें मेरी कहानी ये हक़ मुझे हासिल है सुनाऊँ कि छुपाऊँ
बेहद ही संजीदा किस्म के लोग होते है ये कलाकार भी । कुछ मन को बेचैन कर गया या गहरे मन को अंदर तक जो छु गया तो उसे या तो तस्वीर के रूप मे दुनीया के सामने ला देंगे या अपनी कलम से कुछ ऐसा लिख देंगे की दिल मे उतर जाए । एक ऐसी ही कलाकार हैं अलका श्रीवास्तव। अलका जी बरेली मे रहती हैं लेकिन ब्रश से निकली हुयी पेंटिंग्स पूरे देश मे भ्रमण करके एक छाप छोड़ आती हैं । अलका जी ने एस आर एस वुमन कॉलेज बरेली से पोस्ट ग्रैजूइट किया मॉडर्न आर्ट मे, और उनकी बनाई पेंटिंग्स पूरे देश मे कई प्रदर्शिनीयों मे प्रदर्शित की गई, और सराहा गया ।
एक कलाकार या एक लेखक बहुत ईमोशनल होता हैं, तो समाज मे घटित कोई घटना बेचैन कर जाए एक मास्टर पीस निकलता है, या तस्वीर के रूप मे या लेखक की कलम से उसकी बेहतरीन लेखनी की रूप मे । तो आज बरेली हेरिटिज के व्यक्ति विशेष मे अलका जी की कुछ उम्दा पेंटिंग्स देखिए और सोचिए की ये पेंटिंग्स क्या कहती हैं।