देश विदेश घूमने का ख़याल तो कई बार मन में आता ही है, लेकिन कभी सोचा है कि अपने देश
Reade more
हड़प्पा सभ्यता की एक और बेहतरीन कलाकृति, यह मूर्ती 4500 पुरानी है जिसमे एक पुरुष के धड़ को लाल सूर्यकांति
Reade more
भगवन सूर्य की बेहतरीन शिल्पकारी की हुई कोणार्क के सूर्य मंदिर से प्राप्त ये मूर्ती 13 वी शताब्दी की है
Reade more
5 वी शताब्दी की गुप्तकालीन मूर्ती जिसमे भगवन श्री कृष्ण घोड़े रूपी दैत्य केशी का संहार करते हुए, प्राचीन शिपलकारी का
Reade more
इतिहास की मशहूर "ज़मज़मा तोप "1757मे अफ़ग़ान के राजा अहमद शाह दुर्रानी के आदेश से लाहौर मे बनना हुरु हुई थी जिसने अपने वजीर "शाह वली खानको सबसे ताकतवर और बेहतरीन तोप बनवाने का आदेश दिया और उसने बिलकुल वैसी ही तोप तैयार करवाई जो बड़े से बड़े विरोधी का विनाश पलभर मे कर सकती थी और उसे नाम दिया "ज़मज़मा "जिसका मतलब होता है "शेर की दहाड़" जो की 14 फ़ीट ऊंची और 4.5 इंच लम्बी है जिसका गोला डालने वाला छेद 9.5 इंच मोटा है और इसमे 36 kg का गोला डाला जाता था । इतिहासकारों के अनुसार ज़मज़मा तोप का इस्तेमाल 1761 AD मे मराठों के विरुद्ध पानीपत के युद्ध मे अहमद शाह दुर्रानी ने किया था और युद्ध के बाद भारीभरकम ज़मज़मा को काबुल वापिस न ले जा पाने के कारण उसे लाहौर के गवर्नर "ख्वाजा उबेद" को दे दिया था । जिसके बाद 1762-1764 के आसपास ख्वाजा उबेद से भंगी समाज के राजा "हरी सिंह भंगी"ने ज़मज़मा को हथिया लिया और उसका नया नाम रख दिया "भंगियन दी तोप"जिसके बाद छत्ता खानदान के भाइयों ने चरत सिंह से इस तोप को हथिया लियाऔर उनसे 1773 -1802 AD के बीच झंडा सिंह भंगी ने हथिया लिया
Reade more
भारत में मिला दुनिया का अबतक का सबसे पुराना हैलमेट......
जी हाँ दोस्तों अब तक यह माना जाता था
Reade more
किसी भी चीज़ को सिलने के दो ही तरीके होते हैं , या तो मशीन से या फिर हाथ से
Reade more
चौथी शताब्दी का शिलालेख जो है प्राचीन काल के समृद्ध भारत का सबूत :kaalsi samraat अशोका rock edict (सम्राट अशोका
Reade more