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mata rani ka kushmanda roop

माँ दुर्गा का कुष्मांडा रूप ,mata rani ka chautha roop kaunsa hota hai ,ma durga kushmanda roop

कुष्मांडा रूप 
 माता रानी के चौथे रूप के बारे में माना जाता है कि सृष्टि की उत्पत्ति से पूर्व जब चारों ओर अंधकार था तो मां दुर्गा ने इस अंड यानी ब्रह्मांड की रचना की थी। इसी कारण उन्हें कूष्मांडा कहा जाता है। सृष्टि की उत्पत्ति करने के कारण इन्हें आदिशक्ति नाम से भी पुकारा जाता है। माता के इस रूप में उनका वाहन शेर होता है। माता के सात हाथों में चक्र, गदा, धनुष, कमण्डल, कलश, बाण और कमल है।

इस लेख में दी गयी जान करि केवल सामान्य सूचना के लिए है। इस लेख में जानकारी विभिन्न माध्यमों से संगृहीत की गयी है इसलिए इन्हें अंतिम सत्य अथवा दवा न मानें और अपने विवेक का प्रयोग करें। 

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